वरुण (Neptune)
- इसकी खोज 1846 में जर्मन खगोलज्ञ जहॉन गाले ने की थी।
- नई खगोलीय व्यवस्था के अनुसार यह सूर्य से सबसे दूर स्थित है।
- इसके चारों ओर अति शीतल मीथेन के बादल पाये जाते हैं। मीथेन लाल रंग के प्रकाश को अवशोषित कर लेती है जिसके कारण इसका रंग नीला दिखाई देता है।
- यह गैसीय पिण्ड़ों में सबसे छोटा है।
- वरूण पर एक साल पृथ्वी पर 165 दिन के बराबर होता है। यह अपने अक्ष पर घूमने में मात्र 16 घण्टे का समय लेता है।
- वरूण के 14 चंद्रमा हैं जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण ट्राइटन है।
- अब तक केलव एक अंतरिक्ष यान नासा का वोयेजर-2 वरूण के पास से 1989 में गुजरा है।
- इसके चारों ओर वलयों की संख्या 6 है जो बहुत महीन और धुंधले हैं और आसानी से दिखाई नहीं देते।
- वरूण का वायुमण्डल बहुत सक्रिय है। यहां 600 मीटर प्रति सेंकण्ड की गति से हवायें चलती हैं।
