ई.एस.आर. का मान किन रोगों में बढ़ जाता है?
उत्तर:
रक्त के रक्ताणुओं के अवसादन (Settle) होने की दर को रक्ताणु अवसादन दर (ESR) कहते हैं। तपेदिक, प्रदाह रोग, यूमेटॉइड, आथ्राईटिस, मल्टीपल माइलोमा, लसीकाभ तथा अर्बुद में ई.एस.आर. का मान बढ़ जाता है।
ई.एस.आर. का मान किन रोगों में बढ़ जाता है?
